जिला कलेक्टर और सीएमएचओ के निर्देशन में झोलाछाप पर कार्यवाही
मेडिकल स्टोर की आड़ में बिना डिग्री के कर रहा था प्रैक्टिस
10 साल से इलाज और दवाइयां के नाम पर ग्रामीणों को रहा था ठग
पुलिस प्रशासन चिकित्सा और मेडिकल की टीम ने की संयुक्त रूप से कार्यवाही
प्रतापगढ। छोटी सादड़ी के जलोदा जागीर क्षेत्र में एक तथाकथित झोलाछाप चिकित्सक मेडिकल स्टोर की आड़ में ग्रामीणों को 10 साल से ठग रहा था। ग्रामीणों से वह दवाइयां और इलाज के नाम पर मोटी फीस वसूलता था। शनिवार को पुलिस चिकित्सा और प्रशासन की टीमों ने संयुक्त रूप से कार्यवाही कर उसको पकड़ लिया। छापेमारी के दौरान उसके पास से कई प्रतिबंधित दवाइयां मिली हैं।जिसको डीआई ने सीज कर सैंपल लैब में भेजवाया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ वी डी मीना में बताया कि जिला कलेक्टर डॉ अंजलि राजोरिया ने झोलाछाप और बिना लाइसेंस के प्रेक्टिस करने वाले तथाकथित चिकित्सकों के साथ के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद क्षेत्र में लगातार टीम में गठित कर दबिश दी जा रही थी। शनिवार को जलोदा जागीर में सूत्रों से मिली खबर के अनुसार एक झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर छापा मारा। छापेमारी में तहसीलदार छोटी सादड़ी, डिप्टी सीएमएचओ डॉ जगदीप खराड़ी, बीसीएमओ डॉ विजय गर्ग, चिकित्सा अधिकारी डॉ कैलाश चारण, जलोदा जागीर थाने की पुलिस टीम और औषधि निरीक्षक की संयुक्त टीम ने जलोदा जागीर के एक मेडिकल पर छापा डाला। टीम को इस दौरान तथाकथित चिकित्सक ग्रामीणों का उपचार करता हुआ मिला। निरीक्षण करने पर उसके यहां बिना किसी लाइसेंस के मरीजो को भर्ती करने के लिए कई बेड तक डाल रखे थे। जबकि सामने मेडिकल स्टोर के नाम पर दवाइयां की बिक्री करता था। पूछताछ में उसने अपना नाम डॉ निमाई विश्वास बताया। टीम ने उससे प्रेक्टिस करने संबंधित जरूरी दस्तावेज और कागजों की मांग की। इसके बारे में वह सही जानकारी एवं प्रैक्टिस के लिए वैद्य ज़रूरी
दस्तावेज नहीं पेश कर सका। इसके बाद पुलिस में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कानूनी कार्रवाई की गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वी डी मीणा ने बताया कि क्षेत्र में लगातार झोलाछाप, बंगाली चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई चलाई जा रही है, जो बिना डिग्री लाइसेंस के बिना उपचार करते हैं। टीमों के द्वारा जगह-जगह रेड डाले जा रहे हैं। कई स्थानों पर झोलाछाप क्लीनिक बंद कर फरार भी हो जा रहे हैं। टीमों के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब हो की इससे पूर्व प्रतापगढ़ के देवगढ़ क्षेत्र में तीन मासूम बच्चों की मौत तथाकथित चिकित्सक के इलाज के बाद हो गई थी।इसके बाद पुलिस ने झोलाछाप को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मानव वध का मामला दर्ज किया था। वहीं इस संबंध में जिला कलेक्टर डॉ अंजली राजोरिया द्वारा लगातार कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस, चिकित्सा और प्रशासन का हमला हरकत में आकर झोलाछापों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।
