डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना सारा जीवन राष्ट्रहित में समर्पित किया : डॉ . नारायण निनाना

 

Voice of Pratapgarh News ✍️ तारूसिंह 

प्रतापगढ़। जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जन्म जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल द्वारा पुष्पांजलि एवं व्याख्यान माला का आयोजन किया गया, व्याख्यान माला भाजपा जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ नारायण लाल निनामा के मुख्य आतिथ्य एवं जिला महामंत्री ईश्वरलाल मीणा, जिला मंत्री शांतिलाल मीणा , प्रेमलाल मीणा , एससी मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हीरालाल रैदास , ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष शिवलाल साहू, जिला मीडिया संयोजक गोपाल धाभाई के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित हुई। जबकि जन्म जयंती कार्यक्रम एवं व्याख्यान माला कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष उत्सव जैन ने की । भाजपा के जिला मीडिया संयोजक गोपाल धाभाई ने बताया कि
व्याख्यान माला को संबोधित करते हुए भाजपा जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ नारायण लाल निनामा ने जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा राष्ट्र हित में दिए उनके संपूर्ण जीवन के बारे में प्रकाश डाला तथा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारीयों से मुखर्जी की तरह निस्वार्थ भाव से संगठन एवं राष्ट्रहित में समर्पण देने का आह्वान किया।
स्वागत उद्बोधन मंडल अध्यक्ष उत्सव जैन ने दिया ।
व्याख्यान माला को संबोधित करते हुए उपस्थित अतिथियों ने डॉ . श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जीवनी पर प्रकाश डाला ।
व्याख्यान माला में पार्टी के सह संपर्क प्रमुख प्रदीप वशिष्ठ , पूर्व जिला मीडिया प्रभारी हार्दिक छोरिया, ओबीसी मोर्चा के नगर अध्यक्ष मनोहर लाल ग्वाला, नगर मंडल महामंत्री मुकेश पालीवाल, उपाध्यक्ष दीपेश आमेटा , किसान मोर्चा नगर अध्यक्ष प्रभुलाल गुर्जर, युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष निलेश सेठिया , महामंत्री तन्मय सोमानी, पार्टी के वरिष्ठ नेता दीपक टॉक , गोपाल कुमावत मानपुरा , पार्षद ठाकुर प्रसाद खत्री, पार्षद प्रतिनिधि प्रवीण बत्रा , पंचायत समिति सदस्य अंबालाल मीणा , ग्रामीण मंडल महामंत्री विष्णु कुमावत , जितेंद्र सांखला, दिनेश बाहेती, जगदीश सेन, विकास व्यास , महेश टांक, ईश्वर गायरी, रवि जांगिड़ , विजय माली, प्रिंस राजपूत सहित पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे । व्याख्यान माला का संचालन युवा मोर्चा जिला महामंत्री जितेश सोनी ने किया और आभार मंडल उपाध्यक्ष दीपेश आमेटा ने व्यक्त किया ।
व्याख्यान माला का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।