उपखण्ड लालसोट में मातमी धुन में निकले मोहर्रम

 

Voice of Pratapgarh News ✍️ महेश कुमार गुप्ता

दौसा। उपखंड लालसोट में मातमी धुन में मोहर्रम निकाले गए ,मुस्लिम धर्म के अनुसार मोहर्रम का इतिहास 662 ई पूर्व का है मोहर्रम के महीने दसवे दिन ही इस्लाम की रक्षा के लिए हजरत इमाम हुसैन ने अपने जीवन की कुर्बानी दे दी थी। इस वजह से मोहर्रम महीने के 10वे दिन मुहर्रम मनाया जाता है। मोहर्रम के दिन मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोग ताजिया निकलते है। इमाम हुसैन और उनकी फॉलोअर्स की याद में दुनिया भर में शिया मुसलमान मोहर्रम निकालते हैं और मानते हैं । इमाम हुसैन पैगंबर मोहम्मद के नाती थे जो कर्बला की जंग में शहीद हुए थे

उपखंड लालसोट में बड़े मोहल्ले से मोहर्रम रवाना होते हुए झंरडा चौक , तहसील रोड, हताई में होते हुए गणगौरी दरवाजा के सामने कर्बला में दफनाया गया। मुस्लिम समुदाय के द्वारा मोहर्रम में हैरतअंगेज करतबे दिखाएं गए इस अवसर पर काफी संख्या में महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे एवं
पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद।