Voice of Pratapgarh News ✍️ तारूसिंह
बकरी पालन प्रशिक्षण का समापन समारोह : आर सेटी के द्वारा
प्रतापगढ़। बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा प्रायोजित बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान प्रतापगढ़ द्वारा आयोजित 10 दिवसीय नि:शुल्क बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन केसरपुरा गाँव में किया गया जिसका मूल्याकन तथा समापन समारोह आयोजित 26 जुलाई को किया गया |
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेसर द्वारा नियुक्त बजरंग लाल सोनी, गोपाल डांगी व एफ एल सी प्रमोद कुमार उपस्थित रहे।
उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत किया गया
मुख्य अतिथि नेसर द्वारा नियुक्त बजरंग लाल सोनी ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को उनके बकरी पालन के प्रशिक्षण पूर्ण करने पर सुभकामनाऐं देते हुए उन्होंने महिला/पुरुषो को बकरी पालन व्यवसाय अपनाकर स्वरोजगार करने पर जोर दिया व सोनी ने बताया की बकरी पालन से जुड़े व्यवसाय के जरिये दूध से लेकर मांस तक बेचकर मोटी कमाई की जा सकती है, बकरी पालन से दूध और मांस दोनों की मार्केट में काफी डिमांड है, इस कारोबार को शुरू करना बेहद आसान है, बकरी पालन से दूध,खाद आदि कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते है, भारत में लोग कई पालतु जानवरों की मदद से कारोबार कर रहे है, इसमे मुर्गी पालन से लेकर बकरी पालन से जुडा व्यवसाय शामिल है, देश में कई लोग बकरी पालन का कारोबार करके मोटी कमाई कर रहे हैं ।
एफ.एल.सी.प्रमोद कुमार ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को उनके प्रशिक्षण पूर्ण करने पर शुभकामनाएं देते हुए बैंक की विभिन्न योजनाओ तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओ जैसे प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड में मिलने वाली सुविधाओ की जानकारी दी साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को उनके बकरी पालन व्यवसाय को कम लागत से प्रारंभ करने की सलाह प्रदान की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने व व्यवसाय को आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी | प्रशिक्षण के दोरान महिलाओं को 20 व 436 रुपये के बीमे से परिवार की आर्थिक सुरक्षा के बारे में अवगत कराया,
गोपाल डांगी द्वारा बताया गया की बकरी पालन व्यवसाय ग्रामीण इलाको में तेजी से फल-फुल रहा है, क्योकि इससे दूध, खाद समेत कई प्रकार के लाभ मिलते है खास बात है इस बिजनेस में नुकसान की संभावना बहुत कम रहती है बकरी के दूध की मार्केट में काफी मांग है, वही इसका मांस सबसे अच्छे मांस मे से एक है जिसकी घरेलु मांग बहुत अधिक है और कीमत भी ज्यादा है तथा बकरी को गरीब की गाय भी कहा गया है तथा बकरी का दूध बहुत ओषधीय गुणों वाला होता है व आजकल इसके दूध की शहरों में काफी मांग है। कार्यक्रम का संचालक संस्थान से फेकल्टी अभिषेक पाडलिया ने किया, इस अवसर पर उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण संपन्न करने पर शुभकामनाये दी व बताया की आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए बकरी पालन एक अच्छा व्यवसाय है जो किसानो की आय दोगुना बढ़ा सकता है तथा प्रशिक्षण पूर्ण हो जाने पर जल्द से जल्द अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए कहा जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके | उन्होंने संस्थान द्वारा बेरोजगार युवक युवतियों को दिए जाने वाले विभिन्न स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रमों के सम्बन्ध मे जानकारी प्रदान की, जिससे कम लागत में व्यक्ति अपना व्यवसाय प्रारम्भ कर सकता है | कार्यक्रम में कुछ प्रशिक्षणार्थियों ने अपने 10 दिन के अनुभव साझा करते हुए आश्वासन दिया कि वह जल्द से जल्द कार्य कि शुरुआत करेंगे| इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण किये गए।
