“सेवा ही परमो धर्म” संजीवनी सेवा संस्था द्वारा संचालित आदिवासी आंचल में मिल रहा शिक्षा को बढ़ावा

 

Voice of Pratapgarh News ✍️ एजाज अहमद 

“सेवा ही परमो धर्म” संजीवनी सेवा संस्था द्वारा संचालित आदिवासी आंचल में शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु 100 से ज्यादा बच्चो को निशुल्क शिक्षा दे रही है संचालिका रेखा मीणा।

प्रतापगढ़। धरियावद निशुल्क शिक्षा केंद्र चालू कर ग्रामीण इलाकों में बच्चो बच्चियों को गर्मियों से लगातार शिक्षा दी जा रही है, इसी के साथ छोटे से गांव की संचालिका बनी मिशाल जो एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हुए भी आज लगातार 4माह से 100 बच्चो बच्चियों को संस्थान से जुड़कर शिक्षा प्रदान करा रही है, संजीवनी सेवा संस्थान केंद्र ग्राम पंचायत लोडी मांडवी सेंटर रेखा कुमारी मीणा पिता भेरुलाल मीणा एवं पति का नाम मांगीलाल मीणा जो अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए दुबई की एक होटल में कुक का काम करते हैं और अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। कार्यक्रम समन्वक अमर सिंह ने बताया की संस्थान द्वारा ब्लाक धरियावद मे करीब 50 शिक्षा केंद्र चल रहे हैं जिनके अन्दर सबसे अच्छा कार्य रेखा मीणा के द्वारा किया जा रहा है। और उनके केंद पर 90, से 100 बच्चे बच्चियां प्रति दिन पढ़ाई कर रहे हैं और कहा की संस्थान द्वारा संचालित आदिवासी आंचल में शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु वे सामाजिक सरोकार संबंधित कार्य करने हेतु जो प्रयास किए जा रहे हैं वो सार्थक होते हुए नजर आ रहे हैं, संस्थान द्वारा ग्रामीण इलाकों में पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूकता अभियान चला रखा है वे सभी सेंटर संचालक, संचालिका लगातार पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। सेंटर संचालिका रेखा मीणा ने बताया की संस्थान द्वारा जो कार्य मुझे दीया हुआ है में उसको पूरी लगन वे ईमानदारी पूर्वक कर रही है मुझे और मेरे परिवार को बहुत ही अधिक खुशी होती है जब बच्चे बच्चियां पढ़ाई लिखाई करते हैं और करीब 4 माह से मे बच्चो बच्चियों को निस्वार्थ भाव से पढ़ाई लिखाई करवा रही हु और अपनी खुद की पढाई लिखाई भी कर रही हु मै संस्थान परिवार को बधाई देना चाहूंगी जिन्होंने आज ग्रामीण इलाकों में बच्चो बच्चियों को गुणात्मक शिक्षा निशुल्क शिक्षा प्रदान करने हेतु शिक्षा केंद्र चालू कर ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को रोज़गार से जोड़ा है और बच्चे बच्चियां पढ़ाई लिखाई कर रहे हैं।