Voice of Pratapgarh News ✍️ तारूसिंह
दैनिक भास्कर में प्रकाशित मिथ्या खबर का खंडन
प्रतापगढ़। दिनांक 14.08.2024 को दैनिक भास्कर अखबार के प्रतापगढ़ भास्कर अंक में प्रकाशित ” डीजीपी साहू ने ली प्रतापगढ़ एसपी दास की क्लास, बोले- कार्रवाई नहीं होना कई सवाल खड़े करता है” दैनिक भास्कर अखबार द्वारा भ्रामक व अपुष्ट खबर प्रकाशित कर जिला प्रतागपढ़ पुलिस की साख को धुमिल करने का प्रयास किया गया हैं।
दिनांक 13.08.2024 को महानिदेशक पुलिस राजस्थान जयपुर द्वारा समस्त रेंज के महानिरीक्षक तथा समस्त जिला पुलिस अधीक्षकों की अपराध समीक्षा बैठक का आयोजन वीडियो क्रॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से किया गया था। जिसमें राज्य के सभी महानिरीक्षक तथा पुलिस अधीक्षकगणों को बढते अपराधों में तथा पुलिस कार्यवाही के कमजोर क्षेत्रों में अधिक कार्यवाही सबंधित क्षेत्रों में सुधार के लिये निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में जिला पुलिस अधीक्षक प्रतागपढ और चितौड़गढ को भी निर्देशित किया गया। परंतु प्रतापगढ़ भास्कर के आज के अंक दिनांक 14.08.2024 में जिस तरह से विश्लेषित कर खबर प्रकाशित की गयी है, उस खबर से सबंधित किसी भी प्रकार की चर्चा डीजीपी द्वारा नही की गयी थी। बिना सत्त्यापन के अपुष्ट खबर प्रकाशित करना दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित अखबार की विश्वसनीयता को कम करता है। इस प्रकार की खबर से आम जनता में पुलिस की कार्यशैली के प्रति भी अविश्वास पैदा होता है, जो निंदनीय है।
उल्लेखनीय है कि जिला पुलिस प्रतापगढ द्वारा एनडीपीएस एक्ट के तहत् वर्ष 2024 में दिनांक 01.03.2024 से 13.08.2024 तक 42 प्रकरण दर्ज किये गये, जिसमें कुल 61 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया तथा जिसमें 1875.580 किलोग्राम अफीम डोडाचुरा, 3.583 किलोग्राम अफीम, 181.3 ग्राम ब्राउनशुगर, 1.474 किलोग्राम एमडीएमए तथा 07 किलोग्राम गांजा व 122 किलोग्राम गांजे के पौधे तथा जब्त वाहन में 10 मोटरसाईकिल, 12 कार, 01 स्कूटी, 06 ट्रक, 04 बोलेरो पिकअप कूल 33 वाहन जब्त किये गये।
पूर्व के वर्षों के वांछित 17 ईनामी अपराधी जो एनडीपीएस, पुलिस पर फायरिंग तथा हत्या जैसे प्रकरणों में वांछित थे, जिसमें 25.000 के ईनामी तथा अन्य राज्यों के वांछित अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अतिरिक्त मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले अपराधियों की सम्पति फ्रीजिंग की तथा पीट एनडीपीएस की भी कार्यवाही की गयी है। एनडीपीएस एक्ट के तहत् दर्ज प्रकरणों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी यदि किन्ही कारणों से नहीं हो पाती है तो पुलिस द्वारा उनकी पहचान कर तलाश कर गिरफ्तार किया जाता रहा है। इस प्रकार उक्त अखबार में प्रकाशित खबर भ्रामक, लोगों का विश्वास कम करने वाली तथा अपुष्ट है, जो एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र से कतई अपेक्षित नहीं है।
