51 फीट धर्म ध्वजा व डॉ. हेडगेवार चौराहा नामकरण के साथ मनाया विश्व हिंदू परिषद का सृष्टि पूर्ति कार्यक्रम

 

Voice of Pratapgarh News ✍️ प्रकार कुमावत 

प्रतापगढ़। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल अवलेश्वर प्रखंड के तत्वाधान में विश्व हिंदू परिषद के सृष्टिपूर्ति समापन कार्यक्रम के निमित्त अवलेश्वर में लगी 51 फीट की धर्म ध्वजा अनावरण रविवार को सम्पन्न हुआ साथ ही भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया विश्व हिंदू परिषद प्रचार प्रसार प्रमुख दीपक शाह ने बताया कि निकटवर्ती गाँव अवलेश्वर में 51 फ़ीट धर्म ध्वजा अनावरण एवं चौराहे के नामकरण कार्यक्रम आज रविवार को दोपहर 2 बजे राष्ट्रीय कथावाचक मनोज कश्यप शेरपुर के कर कमलों से सम्पन्न हुआ , मुख्य वक्ता के रूप में विष्णु सालवी प्रांत सत्संग प्रमुख विश्व हिंदू परिषद थे , धर्म सभा को संबोधित करते हुए सालवी ने कहा कि संगठित समाज ही धर्म व आस्था की रक्षा कर सकेगा हमारे पूर्वजों ने धर्म की रक्षा करते हुये अपने प्राणों की आहुति दे दी वीर शिवाजी ओर महाराणा प्रताप ने धर्म की रक्षा हेतु अपना सर्वस्त्र त्याग दिया और धर्म के लिए लड़ते रहे हम उनके बलिदान को याद रखे व धर्म को जीवंत रखें ,समरसता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि जातिवाद का जहर आज समाज मे भरा जा रहा है इस जहर से हमे बचना होगा,समाज को तोड़ने के लिए इस प्रकार का जहर भरा जा रहा है धर्म से विमुख करने के लिए धर्मांतरण जोरो पर चल रहा है ,समाज मे लव जिहाद जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है इन सबको रोकने के लिए संगठित समाज आवश्यक है । हमे अपनी गुलामी के चिन्हों को मिटाना होगा और अखंड भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ना होगा सालवी ने महिलाओ के साथ हो रही घटनाओं पर रोष जताते हुए हुए समस्त मातृ शक्ति से दुर्गा स्वरूप अपनाने की बात कही,सालवी द्वारा विहिप् के 60 वर्षों के कार्यकाल के बारे में ओर भारत के इतिहास पर भी जानकारी दी ओर महापुरषो के बलिदान का जिक्र किया ।
सभा को योगी राजेन्द्र दास महाराज जई कनाडा ने अपने उद्बोधन ने कहा की बांग्लादेश में जो हिंदुओं के साथ हो रहा है वह केवल और केवल इस मात्र हेतु हो रहा है कि हिंदू शास्त्र,संत,सनातन,सत्संग व शस्त्र भूल गया है,झाबुआ से आये कमल भाई डामोर ने कहा जनजाति क्षेत्र को एक षड्यंत्र के माध्यम से बहकाया जा रहा है की आदिवासी हिंदू नहीं है, उन्होंने कहा कि आदिवासी तो राम के अनुयाई है तभी तो जब राम वनवास पर गए तब उनके पास तीर कमान था और आज तक केवल और केवल आदिवासी समाज ने ही तीर का कमान को संजीव एवर रखा है हमारे समाज में शुरू से समरसता का भाव रहा है गणेश नहीं होता तो भगवान राम केवट की नैया में नहीं बैठते और शबरी के झूठे बेर नहीं खाते। और कथावाचक मनोज कश्यप ने कहा कि हमको हमारी जनसंख्या पर ध्यान देना होगा मंदिरों में बैठना होगा पूजा पाठ करने होंगे वह मातृशक्ति को मैदान में आना होगा आगे अपने ओजस्वी वक्तव्य में कहा कि हम धर्म से हैं धर्म हमसे नहीं जहां-जहां हिंदू बात है वहां-वहां हिंदू कटा है इसका उदाहरण आज पाकिस्तान और बांग्लादेश दे रहा है ओर मातृ शक्ति जिला संयोजिका सुनीता कुंवर ने भी संबोधित किया क्या वह लव जिहाद के विषय को रखा की किस प्रकार विधर्मी हमारी बालिकाओं को फंसा लेते हैं प्रेम जाल में और बाद में पता चलता है कि वह तो विधर्मी है और धर्म परिवर्तन हेतु दबाव बनाता है।
कार्यक्रम के अंत में अल्प समय के लिए पधारे बालव्यास कथा वाचक विष्णु प्रिया अवी ने कहा कि पहले संस्कार बालक और बालिका को उसकी माता देती है शिवाजी में संस्कार जीजा बाई ने भरे तब उन्होंने अखंड भारत का सपना देखा कि केवल और केवल माता के हाथ में है कि बालक को हम या बालिका को हम किस प्रकार के संस्कार दें
इससे पूर्व सभी अतिथियों को श्री फल भेंट ,उपरणा एवं वीर सावरकर का चित्र भेट कर स्वागत किया, कार्यक्रम में मुख्याअतिथि के रूप में विभाग प्रचारक सत्यनारायण , विभाग मंत्री मानवेन्द्र सिंह,विहिप् जिलाध्यक्ष पुष्करलाल पाटीदार, जिला मंत्री यशपाल सिंह सिसोदिया ,बजरंग दल जिला संयोजक महेश बारोलिया सहित सैकड़ों कार्यकर्ता एवं ग्रामवासी मौजूद थे ।
कार्यक्रम का आभार स्थानीँय कार्यकर्ता चेन सिंह द्वारा किया कार्यक्रम का संचालन पुरजय सिंह द्वारा किया गया।