Voice of Pratapgarh News ✍️ रविन्द्र आर्य
देशभर में मजारे लव जिहाद धर्म परिवर्तन और वक्फ बोर्ड का अड्डा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय वाल्मीकि सेना के चैयरमैन व हिंदूवादी सनातनी नेता गुरु राजू चंदेल ने पत्रकारों के साथ बात करते हुए कहा कि जिस वक्त कांग्रेस पार्टी ने वक्फ बोर्ड को बनाते वक्त भारत के 100 करोड़ से भी ज्यादा हिंदुओं की स्वीकृति इजाजत नहीं मांगी, तो अब हमारी केंद्र सरकार जनता से क्यों राय मांग रही है। हिंदुस्तान हमारा भारत हिंदुओं का स्थान है हिंदू मुसलमान के नाम पर देश का पहले ही बंटवारा हो चुका है। वक्फ बोर्ड होना चाहिए तो वह पाकिस्तान में होना चाहिए भारत में वक्फ बोर्ड का कोई काम नहीं है और ना ही भारत में वख्फ बोर्ड की जरूरत है।
चंदेल ने कहा कि वक्फ बोर्ड के नाम पर पूरे हिंदुस्तान की जमीन धीरे-धीरे दीमक की तरह जमीनों को हथियाई व हजम की जा रही है, हमारी राज्य सरकारी केंद्र सरकार मुक दर्शक बनी हुई देख रही हैं। यही आलम रहा तो आने वाले समय में तमाम हिंदुस्तान की जमीन वक्फ बोर्ड के अधीन व कब्जे में होगी और 1.30 करोड़ से भी ज्यादा हिंदू कुछ नहीं कर पाएगा यह देश इस्लामिक देश बन जाएगा और हमारे तमाम सनातनी हिंदू हिजड़ों की तरह ताली पीटते रह जाएंगे और कुछ नहीं कर पाएंगे।
चंदेल ने कहा कि जल्द से जल्द केंद्र सरकार को आने वाले लोकसभा के इसी सत्र में वक्फ बोर्ड के इस काले कानून को धारा 370 की तरह तुरंत खत्म करें और हिंदू सनातन को न्याय व इंसाफ दें।
चंदेल ने कहा कि लगातार मध्य प्रदेश में चाहे वह यूनिवर्सिटी हो कॉलेज हो हॉस्पिटल हो सभी में दरगाह मजार बनाकर इसकी आड़ में बैक बोर्ड के हवाले सरकारी जमीनों संस्थाओं को किया जा रहा है इसी प्रकार उत्तराखंड झारखंड बिहार हिमाचल प्रदेश जम्मू कश्मीर सहित देश के प्रत्येक राज्य में शुरुआत में यह कट्टरपंथी सरकारी जगह पर मजार बनाते हैं पीर बनाते हैं उसके बाद वक्फ बोर्ड के अधीन इन सरकारी जगह इमारत को कर देते हैं।
चंदेल ने कहा कि सरकारी संस्थान की सरकारी जमीनों पर अवैध मजारे लव जिहाद का अड्डा बन चुकी है यह एक सोची समझी हिंदू सनातन लड़कियों को फसाने का एक अड्डा बन चुका है इसलिए देशभर में जितनी भी मजारे रहे हैं उन्हें तुरंत हटाया जाए क्योंकि इस्लाम संस्कृत में कहीं भी मजार आदि का उल्लेख नहीं किया गया है।
इस्लाम मानने वाले लोगों का कहना है कि हमारे यहां मजारों को कोई मान्यता नहीं दी गई है मजारे मात्र आज लव जिहाद का अड्डा बनकर रह गई है और मजारों की आड़ में तमाम जमीनों को वक्फ बोर्ड के अधीन करने का एक जरिया साजिश माना जा रहा है।
