संत रामपाल महाराज के सानिध्य में विशाल सत्संग का आयोजन किया

 

Voice of Pratapgarh News ✍️ TARU SINGH 

प्रतापगढ़। जिले के धरियावद तहसील में संत रामपाल महाराज के सानिध्य में विशाल सत्संग का आयोजन किया। इन कार्यक्रमों में संत रामपाल महाराज के शिष्यों ने LED के माध्यम से उनके प्रवचनों को प्रस्तुत किया, जिसमें वेदों, उपनिषदों, गीता और अन्य धार्मिक ग्रंथों का गूढ़ रहस्य उजागर किया गया। संत रामपाल महाराज ने अपने प्रवचनों में बताया कि हिन्दू धर्म ग्रंथों में सृष्टि के निर्माण और मोक्ष का असली ज्ञान छिपा हुआ है। उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता का हवाला
देते हुए कहा कि गीता ज्ञान दाता स्वयं परमात्मा को नहीं जानते, जिसने सृष्टि की रचना की है। गीता के अध्याय 18, श्लोक 62 में गीता ज्ञान दाता अर्जुन को उस परमात्मा की शरण में जाने का निर्देश देते हैं, जो समस्त ब्रह्मांड का स्वामी है। संत रामपाल महाराज ने वेदों में वर्णित ‘कविर्देव’ का उल्लेख करते हुए समझाया कि यही सच्चे परमात्मा का नाम है। वे कहते हैं कि यह परमात्मा ही सभी सुखों का दाता और मोक्ष का मार्गदर्शक है। संत ने स्पष्ट किया कि नाम-जाप, सत्य साधना और सग्रंथों के अनुसार जीवन जीने से ही पूर्ण मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है।सत्संग में उन्होंने अपने अनुयायियों को सच्चे गुरु की पहचान और सही भक्ति मार्ग अपनाने की सलाह दी। संत रामपाल महाराज का ज्ञान हिन्दू धर्म ग्रंथों पर आधारित है, जो जीवन के हर क्षेत्र में शांति और मोक्ष प्रदान करने वाला है।

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