ग्राम डिडवाना को नगर परिषद् लालसोट में सम्मलित नहीं किये जाने को लेकर आम सभा का आयोजन कर सौंपा ज्ञापन 

रैली निकाल कर जताया विरोध,

राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को सोपा ज्ञापन

Voice of pratapgarh news ✍️ रिपोर्टर महेश कुमार गुप्ता

दौसा। लालसोट में जब से डीडवाना ग्राम पंचायत को लालसोट नगर परिषद में जोड़ने का प्रस्ताव आया है तभी से आम जनता इसके खिलाफ है। डीडवाना ग्राम पंचायत के सरपंच, वार्ड पंच व ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
इसी को लेकर गुरुवार को डीडवाना के रामशाला बालाजी परिसर में सर्व समाज की विशाल आमसभा का आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित ग्राम वासियों ने सर्वसम्मति से डीडवाना गांव को नगर परिषद में नहीं जोड़ने का प्रस्ताव लिया। सभा में उपस्थित ग्रामीण और वक्ताओं पूर्व सरपंच दीपक पटेल, वर्तमान सरपंच विनोद फुलवारिया, रामलाल डूंगरी, राकेश सामोत्या, रामफुल सेन, मुकेश फुलवारिया, हेमराज महावर, रामलाल महावर, आमिर खान,एडवोकेट प्रकाश शर्मा, जगदीश शर्मा सहित अन्य वक्ताओं ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि डीडवाना गाँव अरावली पर्वत श्रंखला के मध्य में बसा हुआ पूर्णतया एक कृषि प्रधान एवं पशु पालन पर आधारित गांव है जिसमें लगभग 80% भूमि पर किसानों द्वारा खेती की जा रही है । गांव ढाणियों के रूप में बसा हुआ है। राजस्व रिकार्ड व मौके की स्थिति के अनुसार सैकड़ो की संख्या में भूमि की स्थिति स्पष्ट नहीं है। खेती की जमीनों पर लंबे समय से कब्जा किसी अन्य का चला आ रहा है तथा भूमि अन्य किसी खातेदार के नाम है।
यदि ग्राम डीडवाना को नगर परिषद लालसोट में सम्मिलित किया जाता है तो आने वाले समय में मुसीबतें बढ़ेगी तथा गांव में दलाल एवं भू माफिया का वर्चस्व भी बढ़ेगा।लालसोट कस्बे का कूड़ा, कचरा ग्राम डीडवाना में डाले जाने की प्रबल संभावना है।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि शहरीकरण होते ही गांव में कृषि विद्युत बिल आएंगे जो कि आज की 2000 युनिट तक फ्री है। ग्राम डीडवाना को नगर परिषद में जोड़ने के बाद ग्राम डीडवाना पर अतिरिक्त कर भार लगेगा। नगर परिषद बनने पर डीडवाना के छोटे-मोटे कार्यों के लिए 10 से 12 किलोमीटर लालसोट जाना पड़ेगा जिससे आने-जाने में अत्यधिक समय की बर्बादी होगी। नगर परिषद में जोड़ने के बाद गांव का नाम व अस्तित्व समाप्त हो जाएगा । गांव को लालसोट नगर परिषद वार्ड नंबर के नाम से जाना जाएगा।
आम सभा में ग्राम वासियों ने डीडवाना ग्राम पंचायत को नगर परिषद में जोड़े जाने के प्रस्ताव को रद्द करने की मांग की है। वक्ताओं ने यह भी कहा कि यह विरोध किसी पार्टी या जनप्रतिनिधि के खिलाफ नहीं है बल्कि यह डीडवाना गांव की आम जनता की हक और अधिकारों का मामला है।
आम सभा के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने हाथों में बैनर व तक्तियां लेकर रामशाला बालाजी से मुख्य बाजार होते हुए बस स्टैंड 22 मील तक डीजे की धुन पर शांति रैली निकाली। इसके बाद डीडवाना को नगर परिषद में नहीं जोड़ने को लेकर जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम दौसा जाकर ज्ञापन सौंपा।

आमसभा में मोहनलाल शर्मा, ओम प्रकाश, प्रभु लाल सैनी, रामधन बेरवा, नरेंद्र योगी, पप्पू लाल शर्मा, राम सिंह गुर्जर, गोवर्धन जांगिड़, रामस्वरूप शर्मा, घनश्याम शर्मा, राजेश पाराशर, राजेश बुटेल्या,सीताराम नाडया, गजानंद, श्रीराम प्रजापत, जगदीश शर्मा, चौथमल धाकड़िया, रामप्रसाद शर्मा, अनिल जांगिड़, राम प्रसाद, दयाशंकर शर्मा, मुरली जाल वाला, नंदकिशोर ,रामप्रसाद महावर, रामकिशोर सैनी, घनश्याम शर्मा, राजेश सैनी, सूरजमल माली, मांगीलाल बोहरा, कालू शर्मा ,शहाबुद्दीन खान ,जगदीश, प्रकाश पंडा, महेंद्र जांगिड़, गोविंद शर्मा, सचिन शर्मा, विष्णु शर्मा, वार्ड पंच सुनीता बेरवा, कजोड़ी देवी, फॉरंती देवी, मंजू देवी, शिमला योगी, लाली देवी, छोटा देवी, सरोज देवी सैनी सहित जन समूह मौजूद रहा।