सन्त निरंकारी मण्डल का वार्षिक क्षमा याचना सत्संग हुआ आयोजित

 

महापुरुषों ने दिए दिव्य प्रवचन

Voice of pratapgarh News ✍️ रिपोर्टर महेश कुमार गुप्ता

दौसा। लालसोट में संत निरंकारी मंडल का वार्षिक क्षमा याचना सत्संग महापर्व का आयोजन खटवा रोड स्थित सामुदायिक भवन में रविवार को हर्षोल्लास से मनाया गया जिसमें ‘मानव‌ को मानव हो प्यारा, एक दूजे का बने सहारा व एक को जानो एक को मानो एक हो जाओ’ की थीम पर क्षमायाचना पर्व मनाया गया।
गुरुमुखी महात्मा चोथमल सैन ने अपनी दिव्य वाणी से सतगुरु माता सुदीक्षा सविंदर हरदेव महाराज के बताए हुए रास्ते पर चलने का आह्वान किया और बताया कि
जब मानव की आत्मा को परमात्मा का ज्ञान हो जाता है तो मानव का कल्याण हो जाता है। निष्काम भाव से सेवा, सत्संग एवं सूमिरन करना चाहिए। अहं के भाव को त्याग कर सभी सेवा में लगे रहे। सतगुरु का आशीर्वाद भरपुर खुशियां देने वाला होता है। सेवा के साथ अहं भाव त्याग करे। काम, क्रोध,मोह,लोभ, अहंकार को त्याग कर परमात्मा की भक्ति में लीन रहना चाहिए। ताकि लोक तो सोहेला हो साथ में परलोक भी सोहेला हो जाए ।

इस मौके पर सेवादल के सदस्यों ने मण्डल के वरिष्ठ कार्यकत्ताओं, स्थानीय पत्रकारों का माला एवं साफा पहना कर स्वागत किया गया। सत्संग में सैकड़ो की संख्या में सेवादारो व अन्य महापुरुषों ने विशेष लाभ प्राप्त‌ किया। अन्त में भोजन प्रसादी वितरित की गई। सत्संग में विचार आनन्दी लाल, भरत लाल, कैलाश, खेमराज,गोपाल, ओमप्रकाश, प्रकाश, रामौतार ने किए, भजन गीता, श्यामा, चिरंजी, झूमा बहीन ने गाए। मंच संचालन घनश्याम निरंकार ने किया।उक्त जानकारी गौपाल बोहरा ने दी।