गुणवत्तापूर्ण शिक्षण ही शिक्षक की पहचान : आलोक रंजन
Voice of Pratapgarh News ✍️ रिपोर्टर पंडित मुकेश कुमार
चित्तौड़गढ़। एक शिक्षक ही विद्यालय में रहकर विद्यालय और गांव के बीच समन्वय स्थापित करते हुए बालकों का सर्वांगीण विकास करते हैं जिससे राष्ट्र उन्नति के पथ पर अग्रसर होता है। शिक्षक की इसी पद्धति के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। उक्त विचार चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभानसिंह आक्या ने सातवीं ब्लॉक स्तरीय सत्रांत वाकपीठ के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किये।
द्वितीय सत्र में जिला कलेक्टर चित्तौड़गढ़ आलोक रंजन ने अपने उद्बोधन में कहा कि बालकों में अन्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षण एवं व्यवहार परिवर्तन हो इसके लिए शिक्षक अपने निर्धारित पाठयक्रम और शैक्षिक, सहशैक्षिक गतिविधियों से थोड़ा हट कर शिक्षण समय के अलावा भी अतिरिक्त समय देना होगा। कार्यक्रम में चित्तौड़गढ़ प्रधान देवेन्द्र कंवर, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा, जिला शिक्षा अधिकारी माशि कल्पना शर्मा उपस्थित थे।
ब्लॉक सचिव किशनलाल सालवी ने बताया कि उद्घाटन अवसर पर स्वागत उद्बोधन मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शम्भूलाल सोमानी ने दिया, जबकि द्वितीय सत्र में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा ने दिया। उद्घाटन अवसर पर पूर्व पार्षद अनिल ईनाणी, शैलेन्द्र झंवर, एडवोकेट ओमप्रकाश शर्मा, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शम्भूलाल सोमानी, वाकपीठ अध्यक्ष नारायणसिंह चुण्डावत मंचासीन रहे जिनका स्वागत आयोजक संस्था प्रधान ललिता खोईवाल, सुरेश खोईवाल, दिनेश सालवी, गणेश नारायण माली, कोषाध्यक्ष रविन्द्र बैरवा, हंसराज सालवी, रतनलाल सालवी, मुबारक खान, गोपाल स्वरूप त्रिपाठी, कालूराम खटीक, माधवलाल जटिया, नोसर जाट, इन्द्रा शर्मा, चन्दा तेली, दीप्ति चारण, मधु जैन, शिव गौड़, लीलाराम धोबी, दिलीप लखारा, राजूलाल तेली, कमलेश त्रिवेदी, लक्ष्मीलाल गंगवाल, गोपाल दशोरा, अशोक दशोरा, गिरीराज सोमानी ने किया।
इस दौरान ब्लॉक कार्यकारिणी की ओर से जिला कलेक्टर से सीएसआर हेड से सम्पूर्ण जिले के राजकीय प्रावि व उप्रावि में स्मार्ट टीवी दिये जाने की मांग की। कार्यक्रम का संचालन ब्लॉक सचिव किशनलाल सालवी, दिनेश सालवी ने किया।
