सुरक्षा सखी संवाद पखवाडा 2025
चित्तौड़गढ़ में सुरक्षा सखियों का जिला स्तरीय आमुखीकरण सम्पन्न
Voice of Pratapgarh News ✍️ संवाददाता पंडित मुकेश कुमार
चित्तौड़गढ़। राजस्थान पुलिस द्वारा 16 से 31 मार्च तक पुलिस प्राथमिकताओं के अनुसार महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा संबंधित विषयों पर व्यापक जागरूकता के लिए सुरक्षा सखी संवाद पखवाडे का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत बुधवार को रेंज पुलिस एवं युनिसेफ राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में संचालित पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम अंतर्गत चित्तौडगढ़ पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी की अध्यक्षता में पंचायत समिति सभागार में सुरक्षा सखियों का एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
एसपी जोशी ने कहा कि संस्कारों के बीजारोपण में महिलाओं का अहम योगदान है। बालक की पहली पाठशाला उसकी मां होती है और आप जो संस्कार जो शिक्षा अपनी संतान को देंगे उसी के आधार पर उसके चरित्र और भविष्य का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा सखी का समाज और राष्ट्रहित में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में आखा तीज और पीपल पूर्णिमा के दृष्टिगत आपकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है आपको इन दिनों मुस्तैद रहते हुए बाल विवाह रुकवाने में पुलिस और प्रशासन का सहयोग करना होगा। पुलिस प्रशासन आपके साथ है ऐसे में जहां गलत हो रहा है उसे नजर अंदाज नहीं करते हुए पुलिस को जानकारी देनी है और सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने में अपना योगदान देना है। उन्होंने सुरक्षा सखियों को प्रोत्साहित करने हुए कहा कि युवा पीढ़ी को सड़क सुरक्षा के लिए प्रेरित करने में उनकी मां और बहन महत्त्वपूर्ण भूमिका रखती है। आप अपने पति, भाई, पुत्र या अन्य परिवार के सदस्यों को वाहन चलाने के दौरान हेलमेट लगाने, सीट बेल्ट पहनने के लिए प्रेरित करे। वर्तमान के ज्वलंत समस्या साइबर क्राइम पर उन्होंने प्रकाश डालते हुए सुरक्षा सखियों से कहा कि आप स्वयं जागरूक कर अन्य जनों को जागरूक करें और ध्यान रहें कि किसी भी अनचाहे व्यक्ति नंबर या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यक्तिगत जानकारी किसी से साझा नहीं करें। साइबर क्राइम से बचने के लिए सतर्कता ही उपाय है। उन्होंने उदयपुर रेंज स्तर पर बाल संरक्षण एवं महिला सशक्तिकरण के लिए यूनिसेफ टीम के प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल ने कहा कि सुरक्षा सखियों की सेवाएं सराहनीय है। महिला सशक्तिकरण के लिए उन्हें शिक्षा स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने पोक्सो एक्ट के प्रकरण में पीड़ित से बातचीत करने परिजनों से काउंसलिंग करने एवं पुलिस की मदद से पीड़ित को न्याय दिलाने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बाल विवाह जैसे अभिशाप को खत्म करने में आपका सहयोग अपेक्षित है।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश सांखला ने राज कॉप सिटीजन एप की कार्यप्रणाली और महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह एप खासतौर से महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाया है। हमारा दायित्व है कि महिलाएं स्वतंत्र और भयमुक्त होकर अपने दैनिक कार्यों को सुलभता से करें इसके लिए उनका जागरूक होना जरूरी है। उन्होंने क्षेत्र में कालिका पेट्रोलिंग टीम और सुरक्षा सखियों द्वारा क्षेत्र के किए गए श्रेष्ठ कार्यों के बारे में सदन को अवगत कराया और कहा कि भारत सरकार और राज्य सरकार की ओर से भी महिलाओं के लिए विभिन्न जागरूकता गतिविधियां समय-समय पर की जा रही है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूनिसेफ की संभागीय बाल संरक्षण सलाहकार सिंधु बिनुजीत ने आमुखीकरण के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और पीपीटी के माध्यम से सुरक्षा सखियों के दायित्व बताएं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराते हुए उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में सुरक्षा सखी की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने बाल संरक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बच्चों को बाल विवाह, बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम जैसी कुरीतियों को मिटाने में भी सुरक्षा सखी को अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने का आहवान किया।
कार्यक्रम के दौरान सभी महिलाओं को उनके मोबाइल में राज कॉप सिटीजन एप डाउनलोड करवाते हुए उसकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर एएसआई अजय सिंह, कालिका पेट्रोलिंग टीम की दुर्गा, प्रियंका व गायत्री और सुरक्षा सखी बृजबाला तिवारी, कंचन कुंवर, सागर बाई आदि ने अपने अनुभव साझा किये। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के पुलिस विभाग की ओर से जारी सुरक्षा सखी अभियान से संबंधित वीडियो भी चलाया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न पुलिस थानों पर चयनित सुरक्षा सखियां, बाल कल्याण पुलिस अधिकारीगण, कार्यक्रम टीम के आकाश उपाध्याय, दिलीप सालवी व सुनील व्यास सहित लगभग 80 प्रतिभागी उपस्थित रहे।
