प्रतापगढ़। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में जिले में “जनजातीय गौरव वर्ष” के तहत 1 से 15 नवम्बर तक विभिन्न शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं कौशल आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। गत सप्ताह के दौरान जिले के एकलव्य विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं छात्रावासों में अनेक गतिविधियाँ आयोजित हुईं, जिनमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर जनजातीय नायक भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, विचारों और योगदान से प्रेरणा ली।इस अवधि में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय अरनोद, पाचागुड़ा, पीपलखूंट एवं टीमरवा में निबंध, भाषण एवं चित्रकला प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं, जिनमें लगभग एक हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया। इसी क्रम में जिले के आठ राजकीय और 11 निजी महाविद्यालयों में भाषण, निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिताएँ संपन्न हुईं, जिनमें 3500 विद्यार्थियों ने भाग लेकर भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से संबंधित अपने विचार प्रस्तुत किए।जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग प्रतापगढ़ द्वारा बहुउद्देशीय छात्रावास में स्थानीय कारीगरों के सहयोग से काष्ठ एवं बांस कला प्रशिक्षण कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिसमें 100 विद्यार्थियों को पारंपरिक हस्तकला का प्रशिक्षण दिया गया। जिला कलेक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया के निर्देशन में आयोजित इन कार्यक्रमों का उद्देश्य जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और परंपराओं के प्रति गर्व एवं जागरूकता की भावना को प्रोत्साहित करना है। कार्यक्रमों की यह श्रृंखला 15 नवम्बर तक जिलेभर में जारी रहेगी।




