प्रतापगढ़। जिले में बढ़ते हुए साईबर फाईनेन्सियल अपराधो की रोकथाम हेतु जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देशन में साईबर सैल प्रतापगढ द्वारा साईबर फाइनेन्सियल अपराध करने में फ्रोडर द्वारा उपयोग किये जाने वाले मोबाईल नम्बर तथा हैण्डसेट को ब्लॉक करवाया गया है।
वर्तमान में जिला प्रतापगढ में अलग अलग राज्यो की सीमो के द्वारा साईबर आपराध किया जा रहा है। जिनकी शिकायते साईबर पुलिस पोर्टल के माध्यम से प्राप्त हो रही हैं। इन साईबर अपराधियो द्वारा मोबाईल सिमों का विभिन्न तरीकों से ऑनलाइन ठगी / बैंकिंग फॉड / सैक्सटॉर्सन/ओ०एल०एक्स० फ्रॉड इत्यादि साईबर अपराधों एवं ऑनलाईन OTP आधारित बैंक अकाउण्ट, एटीएम / केडिट कार्ड, विभिन्न सोशल मीडिया अकाउण्ट्स एवं ई-वॉलेट व यू०पी०आई० बेस्ड अकाउण्टों में लिंक नम्बर के रूप में दुरूपयोग किया जा रहा है।
साईबर पुलिस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतो के अनुसार जिले में असम, आंध्रप्रदेश, राजस्थान उडीसा, कोलकाता, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, बिहार, झारखंड, एवं पश्चिम बंगाल राज्य से एक्टिवेट विभिन्न मोबाईल कम्पनियों (वोडाफोन, बीएसएनएल, एयरटेल एवं रिलायंस जियों) की मोबाईल सिम कार्ड नम्बरों का विभिन्न साईबर अपराधों में उपयोग होना तकनीकी विश्लेषण से ज्ञात हुआ है।
प्रतापगढ़ साईबर सैल द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देशन में महानिदेशक पुलिस, सिविल राईट्स एंव साईबर क्राइम जयपुर राजस्थान को पत्र लिखकर फ्रोडर पर नकेल कसने के लिये उनके द्वारा फ्रोड के दौरान उपयोग में लिये जाने वाले 160 मोबाईल नम्बर और उन मोबाईल नम्बरों को जिन अलग अलग हैण्डसेट में फ्रोड करने के लिये उपयोग में लिया जा रहा था, उन 850 आईएमईआई (हैण्डसेट) को भी ब्लॉक करवाया जा चुका है तथा वर्तमान में साईबर अपराधियों पर निरंतर कार्यवाही करते हुए 120 मोबाईल नम्बर और 728 आईएमईआई (हैण्डसेट) को ब्लॉक करवाने हेतु पत्र भेजा गया है। जिससे फ्रोडर द्वारा उन मोबाईल नम्बरों और आईएमईआई (हैण्डसेट) का वापस उपयोग साईबर अपराध करने में नही किया जा सके।
एक पीडित द्वारा साईबर सैल प्रतापगढ में आकर बताया गया कि मेरा मोबाईल नम्बर ब्लॉक हो गया है। जिस पर उसकी जांच की गयी तो सामने आया की पूर्व में ब्लॉक करवाये गये मोबाईल नम्बर में पीडित का मोबाईल नम्बर ब्लॉक हो गया था क्योकि साईबर पुलिस पोर्टल पर पीडित द्वारा शिकायत दर्ज करवाते समय फ्रोडर के मोबाईल नम्बर की जगह स्वंय के मोबाईल नम्बर लिख दिये गये थे। जिस कारण उसका मोबाईल नम्बर ब्लॉक हो गया। पीडित की शिकायत के आधार पर साईबर सैल द्वारा पीडित के मोबाईल नम्बर को अनब्लॉक करवाने के लिये पत्र लिखा गया है। यदि किसी पीडित का मोबाईल नम्बर ब्लॉक हो जाता है, तो वह साईबर सैल में संपर्क कर सकते है।
प्रतापगढ़ पुलिस की आमजन से अपील- यदि कोई भी अनजान व्यक्ति आपको किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, व्हटास् अप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम) पर फोन काल, वीडियो काल के माध्यम से मित्र या परिचित होने का दावा करते हुए आपको झांसे में लेकर आपसे पैसे की मांग करता हैं या आपके साथ किसी भी प्रकार से साइबर फ्रॉड करने की कोशिश करता हैं चाहे आपने उसे पैसे ट्रांसफर नही किये हो तब भी उक्त नंबर के बारे मे तुरंत जिला साइबर सेल के हेल्प लाइन नंबर 9257749686 पर सूचित करे। जिससे हम उस मोबाइल नंबर को ब्लॉक और उसके खाते को फ्रीज करवा सके। जिससे उसके द्वारा किये जाने वाले साइबर फ्रॉड को रोका जा सके।
